'यारियां' दिव्या खोसला की बतौर डायरेक्टर पहली फिल्म है जिसे वो ढंग से नहीं बना पाईं। इस फिल्म के ट्रेलर देखकर और म्यूजिक सुनकर कॉलेज जाने वाला यूथ आकर्षित जरूर हुआ था, लेकिन सिनेमा हॉल के अंदर जाते ही हमारे सारे अरमान काफूर हो जाते हैं। नए लड़कों पर पैसा खर्च करने का रिस्क तो आपने ले लिया, लेकिन हॉल से निकलने के बाद पैसा वसूल होने की फीलिंग नहीं आती है।
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